चंपारण सत्याग्रह के इतिहास में पीर मुहम्मद मूनिस एक छूटा हुआ नाम है

अकसर ऐसा होता है कि जो इतिहास रचता है, उसका इतिहास में नाम नहीं होता, लेकिन जो इतिहास रचता है और इतिहास लिखता भी है, उसका नाम इतिहास में छूट जाए, ऐसा शायद ही होता है। किसी देश की आजादी के साठ साल के बाद भी ऐसा होना महज संयोग नहीं, यह विडंबना है, जो … Continue reading चंपारण सत्याग्रह के इतिहास में पीर मुहम्मद मूनिस एक छूटा हुआ नाम है