सरदार पटेल ने महाराणा भूपाल सिंह से आखिर क्यों किया था दिल्ली चलने का निवेदन
14 जनवरी 1949 को सरदार पटेल ने मेवाड़ के महाराणा भूपाल सिंह से उदयपुर में मुलाकात की।
महाराणा से मिलते ही पटेल ने उनसे दिल्ली चलने और सत्ता संभालने का आग्रह किया।
पटेल ने कहा कि मेवाड़ के पूर्वजों की कुर्बानियों से ही आज का यह ऐतिहासिक अवसर संभव हुआ है।
सरदार पटेल के इन शब्दों ने महाराणा की आंखों में आंसू ला दिए, जो उनकी देशभक्ति का प्रतीक था।
पटेल की निस्वार्थ देशभक्ति ने भूपाल सिंह को नया राजस्थान बनाने और राजधानी जयपुर चुनने के लिए सहमत किया।
डूंगरपुर और बांसवाड़ा के नरेश जब पाकिस्तान में विलय की संभावना पर परामर्श हेतु आए, तो महाराणा ने इसे दृढ़ता से खारिज कर दिया।
महाराणा ने स्पष्ट किया कि मेवाड़ का कोई भी वंशधर कभी पाकिस्तान के साथ नहीं जाएगा।
इस घटना ने राजपूताना के गौरव और मेवाड़ की देशभक्ति को नए भारत में जीवंत कर दिया।