जब लोगों का प्रेम देख पंडित नेहरू के आंखों से आंसू बह निकले 

आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल नेहरू की लोकप्रियता ऐसी थी कि लोग मीलों पैदल चलकर उन्हें सुनने और देखने आते थे।

चुनावी दौरों के दौरान नेहरू जी ने अपने क्षेत्र इलाहाबाद और जौनपुर में सभाएं कीं, जहां हजारों लोग उनके स्वागत के लिए जमा हुए।

इलाहाबाद की नैनी जेल के पास आयोजित सभा में महिलाओं और बुजुर्गों सहित कई लोग मीलों पैदल चलकर नेहरू जी की एक झलक पाने पहुंचे।

जैसे ही पंडित नेहरू सभा में पहुंचे, लोग उत्साह में बेकाबू हो गए और नारे लगाए: "नेहरू हमारे मुक्तिदाता हैं! वीर जवाहर जिंदाबाद!"

महिलाओं ने कहा कि नेहरू जी को देखने की उनकी अंतिम इच्छा पूरी हो गई। बच्चों को दुलारते हुए नेहरू जी ने जनता का प्रेम देखा और भावुक हो उठे।

जब वे जनता को संबोधित करने खड़े हुए, तो उनकी आवाज भर आई और आंखों में आंसू छलक पड़े। लोगों के इस प्रेम ने उन्हें गहरा भावुक कर दिया।

नेहरू जी ने अपने भाषण में कहा कि भारत की सेवा का मतलब है करोड़ों पीड़ितों की सेवा करना, अज्ञानता, गरीबी, बीमारी और भेदभाव का अंत करना।

नेहरू जी ने वादा किया कि हर एक के आंसू पोंछना ही उनका उद्देश्य है और इसे वे अपने अंतिम क्षण तक निभाया