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श्यामाप्रसाद मुखर्जी और कश्मीर
[श्यामाप्रसाद प्रसाद मुखर्जी की कश्मीर में हुई मृत्यु को लेकर लोग बहुत से सवाल करते हैं। पढिए क्या हुआ…
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क्या जन गण मन अंग्रेजों की तारीफ़ में लिखा गया है?
कौन है अधिनायक? : राष्ट्रगान विवाद उज्ज्वल भट्टाचार्य राष्ट्रगान जन गण मन जितना पुराना है, उस पर विवाद भी लगभग…
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कार्ल मार्क्स की अंत्येष्टि पर फ्रेडरिक एंगेल्स का भाषण
[शनिवार, मार्च 17 के दिन मार्क्स को हाइगेट सेमेट्री की उस क़ब्र में चिर-विश्राम के लिए ले जाया गया जिसमें…
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जलियाँवाला बाग़ : कुछ अनजाने तथ्य और दस्तावेज़
6 अप्रैल, 1919 को Rowlatt Act के खिलाफ़ पूरे भारत में विरोध की कॉल दी गई थी। दिल्ली और…
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पण्डिता रमाबाई : सौवीं पुण्यतिथि पर विशेष
[स्त्री अधिकारों के लिए अभूतपूर्व संघर्ष करने वालीं पण्डिता रमाबाई की आज सौवीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर सुजाता की…
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शहादत दिवस विशेष : भगत सिंह- कितने दूर, कितने पास
भगत सिंह हमारी राष्ट्रीय चेतना में कितने गहरे बसे हैं इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि…
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क्यों मनाएं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस?
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सारी दुनिया की औरतों के लिए है। महिला दिवस की शुरुआत बीसवीं सदी के श्रमिक आंदोलनों के…
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ग़ुलाम औरतों की आज़ादी का पहला गीत
यूनान के सिसरो के काल के प्राचीनतम कवियों में से एक हैं। यह गीत उन्होंने अनाज पीसने की पनचक्की के…
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चद्रशेखर आज़ाद और उनकी बमतुलबुखारा : पुण्यतिथि विशेष
[आज अमर क्रांतिकारी चद्रशेखर आज़ाद की पुण्यतिथि है। आज से ठीक 91 साल पहले 27 फरवरी 1931 के दिन इलाहाबाद…
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आज़ाद की शहादत और जवाहरलाल नेहरू
आज़ाद की शहादत 27 फरवरी को आज़ाद अल्फ्रेड पार्क के लिए निकले। उस दिन वह सुखदेव राज से मिलने…
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जन्मदिन विशेष : सरोजिनी नायडू
बीसवीं सदी की शुरुआत ने बेहद सुंदर नज़ारा देखा जब राजनीतिक परिदृश्य में स्त्रियों का बड़ी संख्या में प्रवेश…
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बजाज की रगों में गांधीवाद का नमक बहता था
[प्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज एक सार्थक जीवन जीने के बाद विदा हो गए। इस मौके पर बजाज परिवार…
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थिक न्हात हान : एक मानवतावादी का अवसान
पुरे विश्व को बौद्ध धर्म के एक नए आयाम ‘बौद्ध धर्म की सामाजिक संलग्नता’ से अवगत कराने वाले ‘थिक न्हात…
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आज़ाद हिन्द फौज के निर्माता : सरदार मोहन सिंह
इतिहास को लघु रूप में पढ़ कर अपने अतीत के सेनानियों के बारे में धारणा बनाने वालों के लिए एक…
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जब सावरकर की तारीफ़ कर पछताए रासबिहारी बोस: पुण्यतिथि विशेष
रासबिहारी बोस ब्रिटिश शिकंजे से बचने के लिए 1915 में जापान चले गए और फिर वहीं रह गए। विदेशी धरती…
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सावित्रीबाई फुले : जन्मदिन विशेष
सावित्रीबाई का जन्म 1831 में हुआ और 9 वर्ष की उम्र में ही 1840 में 13 वर्षीय जोतिबा फुले से…
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सफ़दर हाशमी : न उनकी रस्म नई है, न अपनी रीत नई
1 जनवरी 1989, दिल्ली के पास साहिबाबाद। सफ़दर जन नाट्य मंच की अपनी टीम के साथ थे। ‘हल्ला बोल’ होना…
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न होते ह्यूम तो भी बनती कांग्रेस
28 दिसंबर, 1885 को कांग्रेस की स्थापना बंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत काॅलेज में उमेश चंद्र बनर्जी की अध्यक्षता में…
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ग़ालिब-ए-ख़स्ता के बग़ैर
जब कभी सोचता हूँ कि ग़ालिब कौन है तो ग़ालिब की ही तरह दिमाग़ ख़ुद ही सवाल कर बैठता है…
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सावरकर के गाय पर विचार
[सावरकर समग्र के खंड 7 में विनायक दामोदर सावरकर के गाय सम्बन्धी दो लेख मिलते हैं जिनमें उनके गाय, गोमूत्र…
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जहाँ चर्च में माता वेलंकन्नि की आराधना होती है
बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित तमिलनाडु के एक गाँव वेलंकन्नि को ‘लॉर्ड्स ओफ ईस्ट’ (पूरब का तीर्थ) के…
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पेरियार और ब्लैक शर्ट आंदोलन
[आज रामास्वामी पेरियार की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर उनके क्रांतिकारी आंदोलनों में से एक ब्लैक शर्ट आंदोलन पर संजय…
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गोवा मुक्ति युद्ध के नायक : सेनापति बापट
[गोवा मुक्ति दिवस पर पढ़िए इसके एक नायक सेनापति बापट की दिलचस्प और प्रेरणादायी कथा] 18 मई 1955 को…
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आज़ाद हिन्द फ़ौज के जनरल शाहनवाज़ खान : जिन्हें भूल गया वतन
चालीस करोड़ों की आवाज़ सहगल-ढिल्लन-शाहनवाज़ दिल्ली के लाल क़िले में जब आज़ाद हिन्द फ़ौज़ के जाँबाज सिपाहियों पर अंग्रेज़ी…
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शेख़ अब्दुल्लाह : जन्मदिन पर एक याद
आज शेर-ए-कश्मीर शेख़ अब्दुल्ला का जन्मदिन है. मुश्किल बचपन माँ के गर्भ में पिता को खो देने वाले शेख़ ने…
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कश्मीर के पहले मुस्लिम राजा रिंचन की कहानी
कश्मीर का पहला मुस्लिम शासक एक बौद्ध था. तेरहवीं सदी के आरम्भ तक कश्मीर के शासकों की स्थिति बेहद…
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दीनबंधु सर छोटू राम
[24 नवंबर, 1881 में झज्जर, हरियाणा के एक छोटे से गांव गढ़ी सांपला में बहुत ही साधारण जाट परिवार में…
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एक भारतीय हीरे की कहानी जिसने ब्रिटेन को दो-दो प्रधानमंत्री दिये
भारत कभी सोने की चिड़िया हुआ करता था ऐसा हम बचपन से बड़े बुजुर्गों से सुनते और फिर किताबों में…
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अंडमान के भूले हुए वीर : #जिन्होंनेमाफ़ीनहींमांगी
[1857 के बाद जब विद्रोहियों से हिन्दुस्तानी जेलें भर गईं तो पहली बार क्रांतिकारियों को अंडमान भेजा गया। तब सेल्यूलर…
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काले क़ानून वापस : यह भीख नहीं जीत है।
चौदह महीने तक किसान आंदोलन को बदनाम करके की कोशिशों के बाद आखिर यूपी चुनाव की आहट ने सत्ता के…
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फ़ैक्ट चेक : क्या भारत को अधूरी आज़ादी मिली थी?
पिछले कुछ दिनों में भारत की स्वतंत्रता के बारे में बेसिरपैर की , हास्यास्पद पर व्यापक पैमाने पर अपनी पहुंच…
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