सरदार पटेल को सिगरेट पीने की भी आदत थी। उन्होंने किसी तरह खान-पान पर तो काबू कर लिया था, लेकिन सिगरेट की आदत नहीं छोड़ पाए थे।
जब जेल के सुपरिंटेंडेंट को यह बात पता चली, तो उन्होंने उनके पास सिगरेट पहुँचाई। सिगरेट को सामने देखकर वल्लभभाई पटेल से स्वयं से ही प्रश्न किया, मैं यह क्या कर रहा हूँ,
इसके बाद जब भी जेल सुपरिटेंडेंट ने उन्हें सिगरेट देने का प्रयास किया, तो उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर हुए कहा, सर जेल में सिगरेट पीना मना है। इसलिए मैंने अब सिगरेट पीना ही छोड़ दिया है।