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Credible History is an endeavour to preserve authentic history as gleaned through the lens of established, respected historians who have spent their lives researching it via reliable sources. It aims to counter the propaganda being spread through a large section of mainstream media and social media platforms, and provide easy access to established historical resources

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Saturday March 16, 2024
मौलाना आजाद

मौलना आज़ाद और राष्ट्रवाद पर भाषण

मौलना आज़ाद खुद को मुस्लिम नेता कहलाना पसंद नहीं था आज़ाद को।​​ आज़ाद बहुत बड़े राष्ट्रवादी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक

महात्मा गांधी और स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या, अब्दुल राशिद और महात्मा गांधी

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या अब्दुल राशिद नामक एक व्यक्ति ने की थी। बीमार श्रद्धानंद के सीने में दो गोलियाँ उतार

सुभाषचंद्र बोस और महात्मा गांधी

जब गांधी और सुभाष ने सुलझाई मज़दूरों की समस्या

  टाटा स्टील और जमशेदपुर शहर भारत के कई नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों की यात्राओं का एक नियमित पड़ाव रहा

महात्मा गांधी और सरोजिनी नायडू

शहादत दिवस पर बापू को याद करती हुई सरोजिनी नायडू

  गांधी जी का रिश्ता. और सरोजिनी नायडू एक  आदर्श गुरु शिष्या के रूप में विकसित हुईं-एक गुरु जिसमें अपने

भगत सिंह, महात्मा गांधी और पंडित नेहरू

क्या गांधी ने भगत सिंह की फांसी को रोकने की कोशिश नहीं की?

सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के बारे में ऐसी कई बातें फैलाई जा रही हैं, जिनका

स्वामी श्रद्धानन्द और महात्मा गांधी

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या पर क्या महात्मा गांधी ने हत्यारे राशिद अली का साथ दिया था?

कैसे हुई थी स्वामी श्रद्धानंद की हत्या? क्यों कहा था महात्मा गांधी ने उनके हत्यारे को भाई? स्वामी श्रद्धानन्द की

पंडित जवाहर लाल नेहरू और रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी

पंडित नेहरू से खास रिश्ता था फिराक गोरखपुरी का

फक्कड़, बेबाक और बेखौफ अंदाज वाले महान शायर रघुपति सहाय अगर रघुपति सहाय नाम से आप वाकिफ नहीं हैं तो ‘फिराक गोरखपुरी‘ नाम

सर्वपल्ली राधाकृष्णन और महात्मा महात्मा गांधी

हम इंसान बनेंगे तो गांधीजी करीब मिलेंगे – सर्वपल्ली राधाकृष्णन

महात्मा गांधी के  शताब्दी वर्ष पर  देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने समारोह का उद्घाटन व्याख्यान करते हुए ,

महात्मा गांधी

गांधीजी ने क्यों कहा था, मैं हिन्दू क्यों हूँ ?

महात्मा गांधी अपने समय के उन व्यक्तियों में से है जो व्यक्तिवाद की सीमाओं के पार जाकर सामूहिकता की चेतना

Gandhi

अंग्रेजी  शिक्षा माध्यम ने हमारे बीच खाई पैदा कर दी है…

महात्मा गांधी मातृभाषा में शिक्षा के प्रबल समर्थक थे, अपने स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने मातृभाषा और अंग्रेजी भाषा में

महात्मा गांधी

जब ऐनी बेसेंट ने बीएचयू में गांधीजी को भाषण देने से रोका

[पंडित मालवीय ने गांधीजी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के उद्घाटन के अवसर पर बोलने के लिए आमंत्रित किया था। विश्वविद्यालय

Gandhi- Sawarkar

क्या गांधीजी ने सावरकर को दया याचिकाएँ लिखने के लिए कहा था?

वर्तमान में सावरकर समाचारों में बहुत नज़र आते हैं। उनकी सराहना करती हुई कई पुस्तकों का बहुत जोर-शोर से विमोचित

अरुणा आसफ़ अली

भूमिगत होकर गुप्त रेडियो प्रसारण चलानेवाली,अरुणा आसफ़ अली

अरुणा आसफ़ अली को अपनी स्मृति में कैद करने के कई तरीके हो सकते हैं, मसलन उन्हें उस भद्र महिला

क्यों मनाही थी, गोलमेज यात्रा में गांधीजी के स्वागत में राष्ट्रीय झंडे रखने की

गांधी-इर्विन समझौते के बाद, महात्मा गांधी राष्ट्रीय महासभा (कांग्रेस) द्वारा एकमात्र प्रतिनिधि निर्वाचित होकर गोलमेज-परिषद में सम्मिलित होने इंग्लैड गये

गांधी ने क्यों कहा था, नेहरू ही होगा मेरा उत्तराधिकारी

जवाहर ही मेरा उत्तराधिकारी होगा- महात्मा गांधी [ इस भाषण की पृष्ठभूमि में कांग्रेस वर्किंग कमेटी का वह प्रस्ताव है

जब पटेल ने कहा ‘ नेहरू सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं के नायक ‘

[सरदार वल्लभभाई पटेल (1875-1950) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे महत्त्वपूर्ण नेताओं में थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में और बाद