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Credible History is an endeavour to preserve authentic history as gleaned through the lens of established, respected historians who have spent their lives researching it via reliable sources. It aims to counter the propaganda being spread through a large section of mainstream media and social media platforms, and provide easy access to established historical resources

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Thursday July 25, 2024
मग़फूर अहमद अजाज़ी

इतिहास के पन्नों में भुला दिए गए स्वतंत्रता सेनानी मगफूर ऐजाज़ी

मगफूर ऐजाज़ी भारत की आज़ादी के लिए लड़ने वालों में से एक थे, इसके अलावा उन्होंने आज़ादी के बाद के

अल्लूरी सीताराम राजू

अल्लूरि सीताराम राजू, स्वतंत्रता संग्राम का गुमनाम नायक

  माँ भारती को अंग्रेजी सत्ता की बेड़ियों से मुक्त करवाने में आदिवासियों ने अपना सर्वस्व लौटा दिया था ऐसे

महात्मा गांधी और सरदार पटेल

जब नागपुर झंडा सत्याग्रह का नेतृत्व किया था सरदार पटेल ने

   1919 में रॉलेट एक्ट के विरोध में, पूरे देश में व्याप्त असंतोष का परिणाम यह हुआ कि भारत की

मौलाना अबुल कलाम आजाद

जब खिलाफत आंदोलन में  मौलाना आजाद हुए गिरफ्तार

  भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के देशभक्तों और वीरों की पंक्ति में मौलाना अबुल कलाम आजाद का एक विशिष्ट स्थान है। मौलाना

पीर मुहम्मद मूनिस

चंपारण सत्याग्रह के इतिहास में पीर मुहम्मद मूनिस एक छूटा हुआ नाम है

अकसर ऐसा होता है कि जो इतिहास रचता है, उसका इतिहास में नाम नहीं होता, लेकिन जो इतिहास रचता है

जदोनाङ कबुई

मणिपुर में स्वतंत्रता का शंखनाद करने वाला अमर ‘शहीद-जदोनाङ कबुई

एक व्यक्ति जिसने अंग्रेजों से मुकाबला करने के लिए 500 की सेना बनाई, हाइपो जादोनांग को लेखकों और इतिहासकारों ने

मौलाना आजाद

मौलना आज़ाद और राष्ट्रवाद पर भाषण

मौलना आज़ाद खुद को मुस्लिम नेता कहलाना पसंद नहीं था आज़ाद को।​​ आज़ाद बहुत बड़े राष्ट्रवादी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक

महात्मा गांधी और स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या, अब्दुल राशिद और महात्मा गांधी

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या अब्दुल राशिद नामक एक व्यक्ति ने की थी। बीमार श्रद्धानंद के सीने में दो गोलियाँ उतार

सुभाषचंद्र बोस और महात्मा गांधी

जब गांधी और सुभाष ने सुलझाई मज़दूरों की समस्या

  टाटा स्टील और जमशेदपुर शहर भारत के कई नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों की यात्राओं का एक नियमित पड़ाव रहा

महात्मा गांधी और सरोजिनी नायडू

शहादत दिवस पर बापू को याद करती हुई सरोजिनी नायडू

  गांधी जी का रिश्ता. और सरोजिनी नायडू एक  आदर्श गुरु शिष्या के रूप में विकसित हुईं-एक गुरु जिसमें अपने

भगत सिंह, महात्मा गांधी और पंडित नेहरू

क्या गांधी ने भगत सिंह की फांसी को रोकने की कोशिश नहीं की?

सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के बारे में ऐसी कई बातें फैलाई जा रही हैं, जिनका

स्वामी श्रद्धानन्द और महात्मा गांधी

स्वामी श्रद्धानंद की हत्या पर क्या महात्मा गांधी ने हत्यारे राशिद अली का साथ दिया था?

कैसे हुई थी स्वामी श्रद्धानंद की हत्या? क्यों कहा था महात्मा गांधी ने उनके हत्यारे को भाई? स्वामी श्रद्धानन्द की

पंडित जवाहर लाल नेहरू और रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी

पंडित नेहरू से खास रिश्ता था फिराक गोरखपुरी का

फक्कड़, बेबाक और बेखौफ अंदाज वाले महान शायर रघुपति सहाय अगर रघुपति सहाय नाम से आप वाकिफ नहीं हैं तो ‘फिराक गोरखपुरी‘ नाम

सर्वपल्ली राधाकृष्णन और महात्मा महात्मा गांधी

हम इंसान बनेंगे तो गांधीजी करीब मिलेंगे – सर्वपल्ली राधाकृष्णन

महात्मा गांधी के  शताब्दी वर्ष पर  देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने समारोह का उद्घाटन व्याख्यान करते हुए ,

महात्मा गांधी

गांधीजी ने क्यों कहा था, मैं हिन्दू क्यों हूँ ?

महात्मा गांधी अपने समय के उन व्यक्तियों में से है जो व्यक्तिवाद की सीमाओं के पार जाकर सामूहिकता की चेतना

Gandhi

अंग्रेजी  शिक्षा माध्यम ने हमारे बीच खाई पैदा कर दी है…

महात्मा गांधी मातृभाषा में शिक्षा के प्रबल समर्थक थे, अपने स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने मातृभाषा और अंग्रेजी भाषा में

महात्मा गांधी

जब ऐनी बेसेंट ने बीएचयू में गांधीजी को भाषण देने से रोका

[पंडित मालवीय ने गांधीजी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के उद्घाटन के अवसर पर बोलने के लिए आमंत्रित किया था। विश्वविद्यालय