ज़रूरी किताबें : कौन हैं भारत माता?
पुरुषोत्तम अग्रवाल की किताब ‘कौन हैं भारत माता’ जवाहरलाल नेहरू के लेखों और उनके बारे में लिखे गए लेखों का एक चयन है।
मूलतः अंग्रेज़ी में आई इस पुस्तक के हिन्दी संस्करण का सबसे बड़ा आकर्षण है इसकी भूमिका – नेहरू क्यों? यह भूमिका न केवल जवाहरलाल नेहरू के बौद्धिक और मानवीय पक्ष का विस्तार से विवेचन करती है बल्कि आज के समय में उनकी प्रासंगिकता को भी रेखांकित करती है। इस भूमिका में एक जगह वह लिखते हैं – नेहरू इस अर्थ में नेता ही नहीं, फ्रेंच साहित्यकार और कूटनीतिज्ञ आन्द्रे मॉलारों के शब्दों में ‘राष्ट्र के गुरु’ भी थे।
पुस्तक के खंड एक में नेहरू द्वारा लिखे 50 से अधिक आलेख हैं और दूसरे खंड में महात्मा गांधी, भगत सिंह, मौलाना आज़ाद, अरुणा आसफ़ अली, वल्लभभाई पटेल, अली सरदार जाफ़री, शेख अब्दुल्ला, मार्टिन लूथर किंग से लेकर अटल बिहारी बाजपेयी तक के नेहरू पर लिखे लेख संकलित हैं।
हाँ, किताब में नेहरू पर लिखी किताबों की एक सूची भी होती तो यह और उपयोगी बन जाती।
क्यों पढ़ें?
यदि आपकी रुचि जवाहरलाल नेहरू में है, यदि आप तत्कालीन इतिहास को समझना चाहते हैं, यदि आप आज के समय लोकतंत्र को लेकर चिंतित हैं तो यह किताब ज़रूर पढ़ जाइए।
क्यों न पढ़ें ?
यदि आपने नेहरू का लिखा सारा पढ़ लिया है, नेहरू पर लिखा सारा पढ़ लिया है या फिर व्हाट्सप्प पर आए नेहरू सम्बन्धित फॉरवर्डों से संतुष्ट हैं तो फिर आप हमारे कहने से भी क्यों पढ़ेंगे!
पेज संख्या :512, मूल्य : 499, प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन, दिल्ली
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