#FactCheck : प्रधानमंत्री से चूक हुई है।
ए एन आई के एक ट्वीट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गोवा पुतगाल के क़ब्ज़े में तब आया जब बाक़ी देश पर मुग़लों का शासन था।
Goa came under Portugal rule when the other major part of the country was ruled by the Mughals. But even centuries later, neither Goa has forgotten its Indianness, nor India has forgotten its Goa: PM Modi pic.twitter.com/JMzjkv2yjh
— ANI (@ANI) December 19, 2021
आइए जाँच करते हैं कि तथ्य क्या है?
गोवा के ज्ञात इतिहास के अनुसार यहाँ दूसरी सदी से लेकर 1312 तक कदंब वंश का शासन था। 1312 से 1367 तक यहाँ दकन के मुस्लिम शासकों का शासन रहा। 1367 में विजयनगर साम्राज्य का इस पर क़ब्ज़ा हो गया और फिर 1440 तक बना रहा।
1440 में बहमनी साम्राज्य ने इस पर क़ब्ज़ा कर लिया। 1482 के बाद जब बहमनी साम्राज्य के भीतर विभाजन हुए तो गोवा बीजापुर के सुल्तान युसुफ़ आदिल खान के हाथों चला गया।
मार्च 1510 में गोवा पर अल्फांसो दे अलबुकर्क [ Afonso de Albuquerque] के नेतृत्व में पुर्तगालियों ने हमला किया और बिना किसी युद्ध के गोवा पर क़ब्ज़ा कर लिया। तीन महीने बाद सुल्तान 60 हज़ार की सेना लेकर आया लेकिन इस युद्ध में अंततः अल्फांसो विजयी रहा। उसने सभी मुसलमानों को मरवा दिया और एक हिन्दू ‘तिमोजा’ को गोवा का गवर्नर नियुक्त किया। इस तरह गोवा एशिया में पुर्तगाल का पहला उपनिवेश 1510 में बना।
भारत में मुग़ल वंश का आरंभ बाबर द्वारा इब्राहीम लोधी को हराकर 1526 ईस्वी में हुआ।
निष्कर्ष
गोवा पर पुर्तगाल का क़ब्ज़ा 1510 में हुआ जबकि भारत में मुग़ल शासन का आरंभ 1526 में।
अतः स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री के भाषण में तथ्यात्मक चूक हुई है।
मुख्य संपादक, क्रेडिबल हिस्ट्री