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Credible History is an endeavour to preserve authentic history as gleaned through the lens of established, respected historians who have spent their lives researching it via reliable sources. It aims to counter the propaganda being spread through a large section of mainstream media and social media platforms, and provide easy access to established historical resources

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Monday November 18, 2024
मोतीलाल तेजावत

भील आंदोलन के नायक मोतीलाल तेजावत

बिजोलिया के किसान सत्याग्रह ने राजस्थान में पहली बार जनचेतना की अलख जगाई और लंबे संघर्ष के बाद सफलता पाई।

खिलाफत कॉन्फ्रेंस और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

खिलाफत आंदोलन का पहला केंद्र भारत था; यह न केवल मुसलमानों का, बल्कि पूरे भारतीय समाज का मुद्दा बन गया।

भगत सिंह

नेशनल कॉलेज में भगत सिंह के कॉलेज के दिन

भगत सिंह के समकालीन साथी, जिन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं थी, जैसे सुखदेव, भगवती चरण वोहरा, यशपाल, जयदेव गुप्ता

Gandhi-- Tagore

जब टैगोर ने जताई थी गांधी के विचारों से असहमति

जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद गांधीजी  ने अंग्रेज़ों के खिलाफ एक मुहिम छेड़ दी थी । आंदोलन का नाम था

पुलिन बिहारी दास

विस्मृत क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी पुलिन बिहारी दास

जब अंग्रेजों के प्रति निष्क्रिय प्रतिरोध से कोई परिणाम नहीं मिल रहा था, तो भारतीय क्रांतिकारियों के एक समूह ने

मग़फूर अहमद अजाज़ी

इतिहास के पन्नों में भुला दिए गए स्वतंत्रता सेनानी मगफूर ऐजाज़ी

मगफूर ऐजाज़ी भारत की आज़ादी के लिए लड़ने वालों में से एक थे, इसके अलावा उन्होंने आज़ादी के बाद के

अल्लूरी सीताराम राजू

अल्लूरि सीताराम राजू, स्वतंत्रता संग्राम का गुमनाम नायक

  माँ भारती को अंग्रेजी सत्ता की बेड़ियों से मुक्त करवाने में आदिवासियों ने अपना सर्वस्व लौटा दिया था ऐसे

महात्मा गांधी और सरदार पटेल

जब नागपुर झंडा सत्याग्रह का नेतृत्व किया था सरदार पटेल ने

   1919 में रॉलेट एक्ट के विरोध में, पूरे देश में व्याप्त असंतोष का परिणाम यह हुआ कि भारत की

अल्बर्ट आइंस्टीन और महात्मा गांधी अल्बर्ट आइंस्टीन का पंडित नेहरू को पत्र आजादी के दीवाने शिवराम हरि राजगुरु उत्तरदायित्व के भार के कारण जवाहरलाल को बड़ी तेजी के साथ बूढ़े होते देखा है- सरदार पटेल उषा मेहता:जिन्होंने रेडियो को आज़ादी का हथियार बनाया