
Wrestler’s Protest : पहलवानों पर ही नहीं, लोकतंत्र पर भी हमला हुआ है
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बीती रात दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच झपड़ हो गई। पहलवानो का आरोप लगाया है कि पुलिस ने धक्का मुक्की की और अपशब्द कहे, 2 पहलवानों को चोट आई है। एक-दो पुलिसकर्मी नशे में थे। गीता फोगाट के छोटे भाई दुष्यंत का सिर फोड़ दिया गया है। इस घटना को रिपोर्ट कर रहीं पत्रकार साक्षी जोशी को भी रोका गया, उनके साथ बदतमीजी हुई और फिर दिल्ली पुलिस ने उनको डिटेन कर लिया। इससे पहले दिन में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पहलवान के समर्थन में मार्च निकाला था। पुलिस ने 50 छात्र-छात्राओं को घसीटते हुए हिरासत में लिया।
अजादी के 75वें महोत्सव पर हर घर तिरंगा अभियान चलाने वाली सरकार, जब तिरंगा का सम्मान दुनिया भर बढ़ाने वाली महिला खिड़ालियों के यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप को अनुसना कर देती है, तब राष्ट्र का सर शर्म से झुक जाना चाहिए। दिल्ली के जतंर-मंतर पर वे महिला एथलीट हैं जिन्होंने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचो पर देश का सम्मान बढ़ाया है। कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बज्रभूषण सिंह पर इन महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। सर्वोच्च न्यायालय के दखल के बाद एफआईआर दर्ज की गई है और एक एफ आई आर गंभीर आरोप पास्को के तहत भी दर्ज की गई है, जिसके बाद बज्रभूषण सिंह को तुरंत गिरफ्तार होना चाहिए था। परंतु, वह जंतर-मंतर पर विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी को धमका ही नही रहा है उनपर सवाल भी उठा रहा है।
यह पूरी घटना देश के लिए शर्मनाक तो है ही, उन महिला खिलाड़ियों के साथ तमाम महिलाओं को हतोत्साहित करने वाली भी है जो घर के देहरी को लांघकर सार्वजनिक क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है।
द क्रेडिबल हिस्ट्री कल रात हुई घटना की न्यायिक जांच और दोषी पुलिसवालों को कड़ी सजा की माँग करता है।

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