Freedom Movement
-
बैलगाड़ी से ब्राह्मणों एवं नायरों के अंहकार को कुचलने वाले- अय्यंकालि
अय्यंकालि उन जाति-विरोधी योद्धाओं में से थे, जिन्होंने ब्राह्मणवादियों और उनकी सत्ता से समानता का हक़ हासिल करने के लिए…
Read More » -
रायअहमद खाँ खरल जिनको अपना भाई कहते थे महाराजा रणजीत सिंह
राय अहमद खाँ खरल का योगदान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में नकारा नहीं जा सकता है। कई मौखिक इतिहास और…
Read More » -
भारत अकेला है, जो वर्षों से लोकतंत्र के पक्ष में खड़ा रहा है – विजयलक्ष्मी पंडित
विजयलक्ष्मी पंडित भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की बहन थीं। परंतु, उनकी अपनी एक अलग विशिष्ट पहचान…
Read More » -
मेहनकतकश लोगों और किसानों के लिए समर्पित जीवन- गोदुताई
“गोदुताई” ठाणे-पालघर क्षेत्र में पुराने वर्ली लोगों के बीच एक प्रसिद्ध नाम है। यह एक उपनाम था, जो प्यार से…
Read More » -
कैसे छूटी सरदार पटेल की सिगरेट की आदत
सरदार पटेल आज़ादी के लड़ाई में कांग्रेस के अग्रणी नेताओं में शामिल थे। अपनी अच्छी-खासी जमी-जमाई वकालत को छोड़कर सरदार…
Read More » -
विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली लेडी अबाला बोस
अबाला बोस , रेडियो साइंस के पितामह जगदीशचंद्र बोस की जीवन संगिनी थीं। उन्होंने देश की महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों…
Read More » -
देश की पहली महिला विधायक मुथुलक्ष्मी रेड्डी का सफर
भारत की अज़ादी की लड़ाई के दौरान कुछ लोग ऐसे भी रहे, जिन्होंने आज़ादी के साथ-साथ सामाजिक आंदोलनों को ज़रूरी…
Read More » -
अंग्रेज़ों के खिलाफ़ हथियार उठाने वालीं ‘कल्पना दत्त’ : जन्मदिन विशेष
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों में हर वर्ग और समुदाय ने अपना योगदान दिया। देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में सबने अपनी-अपनी…
Read More » -
जब चंद्रशेखर आज़ाद ने ठुकराया सावरकर का प्रस्ताव
यह वह दौर था जब चंद्रशेखर आज़ाद और उनके साथी ‘हिन्दुस्ताव प्रजातान्त्रिक समाजवादी दल’ की स्थापना कर चुके थे और…
Read More » -
क्या गांधीजी ने सावरकर को दया याचिकाएँ लिखने के लिए कहा था?
वर्तमान में सावरकर समाचारों में बहुत नज़र आते हैं। उनकी सराहना करती हुई कई पुस्तकों का बहुत जोर-शोर से विमोचित…
Read More » -
भगत सिंह के परिवार को अपने घर पनाह देने वाले मौलाना हबीब-उर-रहमान
हिन्दुस्तान की आज़ादी के अज़ीम रहनुमा रईस उल अहरार मौलाना हबीब-उर-रहमान लुधियानवी ने ‘इस्लाम ख़तरे में है’ के नारे के…
Read More » -
भूमिगत होकर गुप्त रेडियो प्रसारण चलानेवाली,अरुणा आसफ़ अली
अरुणा आसफ़ अली को अपनी स्मृति में कैद करने के कई तरीके हो सकते हैं, मसलन उन्हें उस भद्र महिला…
Read More » -
संविधान सभा में 750 संशोधन प्रस्ताव रखने वाली, दुर्गाबाई देशमुख
आधी आबादी की दुनिया में कुछ महिलाओं ने अंधेरी दुनिया से बाहर निकलने के लिए पहले अपने अंदर की संभावनाओं…
Read More » -
1857 की गदर में इलाहाबाद के गुमनाम नायक मौलवी लियाक़त अली
1857 में मेरठ में प्रज्वलित होने वाली स्वतंत्रता संघर्ष की चिन्गारी सम्पूर्ण उत्तर भारत में ज्वाला के समान धधक रही…
Read More » -
आजाद देश की पहली महिला सीएम सुचेता कृपलानी
सुचेता कृपलानी को अधिकांश लोग इस नाते ही जानते हैं कि उन्होंने एक लेक्चरर के तौर पर अपने करियर की…
Read More » -
ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध उलगुलान करने वाले सुरेन्द्र साए
सुरेन्द्र साए भारत के अग्रणी स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे। 1857 के विद्रोह के 30 वर्ष पूर्व ही उन्होने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध ‘उलगुलान’ (आन्दोलन)…
Read More » -
कौन थे झाँसी के क्रांतिकारी पंडित परमानन्द
अतिरेकी तारीफ़ की यह परंपरा दुर्भाग्य से सावरकर के जीवनीकारों ने भी जारी रखी है। उदाहरण के लिए संपथ 1906…
Read More » -
महिलाओं के शिक्षा को मौलिक अधिकार बताने वाली, हंसा मेहता
हंसा मेहता को भारत के संविधान सभा सदस्य रही, जिन्होंने 14 अगस्त 1947 की अर्द्धरात्री को सत्ता के हस्तांतरण के…
Read More » -
क्यों मनाही थी, गोलमेज यात्रा में गांधीजी के स्वागत में राष्ट्रीय झंडे रखने की
गांधी-इर्विन समझौते के बाद, महात्मा गांधी राष्ट्रीय महासभा (कांग्रेस) द्वारा एकमात्र प्रतिनिधि निर्वाचित होकर गोलमेज-परिषद में सम्मिलित होने इंग्लैड गये…
Read More » -
इंजीनियर की नौकरी छोड़ क्रांतिकारी बने,मोहम्मद अली खान
इंजीनियर मोहम्मद अली खान की स्मृति अतीत के गर्भ में खो गई है, परन्तु उनका बलिदान नि: संदेह अभूतपूर्व था।कभी…
Read More » -
1857 के गदर के अमर शहीद वृन्दावन तिवारी
हिन्दी में एक कहावत है “लड़े सिपाही नाम हवलदार का” अथार्त मेहनत कोई एक व्यक्ति करता है और उसका श्रेय…
Read More » -
भगत सिंह के क्रांतिकारी साथी,डॉ. गया प्रसाद कटियार
भगतसिंह और आज़ाद के साथी, एक ऐसे क्रान्तिकारी जिनके बारे में देश के आम लोग अब भी बहुत कम जानते…
Read More » -
महारानी लक्ष्मी बाई के वफ़ादार पठान स्वतंत्रता सेनानी
भारत में अधिकांशत: ऐसे ही आज़ादी के मतवाले सफल रहे हैं, जिन्होंने हिन्दू और मुसलमानों के नेतृत्व में भेद-भाव की…
Read More » -
रूहेलखंड को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने वाले 70 साल के ख़ान बहादुर ख़ां
1857 में क्रांति की ज्वाला ने समूचे भारतवर्ष को झकझोर दिया था। उस समय ख़ान बहादुर ख़ां रुहेलखंड क्षेत्र के…
Read More » -
शैख़ रज़ब अली, जिनकी शहादत को भुला दिया गया
औपनिवेशिक हिन्दस्तान में शायद ही कोई ऐसा दिल रहा होगा जिसको ग़ुलामी का अँधेरा रास आता होगा। वैसे तो प्रत्येक…
Read More » -
नवाब वलीदाद ख़ान, जिन्होंने अंग्रेजों के पसीने छुड़ा दिए
मालागढ़ के नवाब वलीदादख़ान क्रांति के उग्रतम नेताओं में से एक थे। वह दिल्ली के बादशाह बहादुर शाह जफ़र के सम्बन्धी…
Read More » -
देश के आज़ादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले, नवाब नूर समद ख़ान
वर्तमान हरिणाया के समस्त क्षेत्र को 1857 की क्रांति की लहर ने झकझोर दिया था। 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी…
Read More » -
काकोरी कांड के शहीद-रामप्रसाद बिस्मिल
रामप्रसाद बिस्मिल ने अपने क्रांतिकारी दल के समक्ष आर्थिक संकट के समस्या के निपटने के लिए अपने साथियों के साथ…
Read More » -
जब नर्तकी अज़ीज़न ने अग्रेजों पर बरपा दिया था कहर
1857 की जन-क्रांति के समय अज़ीज़न कानपुर में नर्तकी थी। उनका वैभव घुघरुओं की रुनझुन और संगीत के सुमधुर स्वर…
Read More » -
भारत के आदिविद्रोही बिरसा मुंडा
बिरसा विद्रोह दरअसल मुण्डा विद्रोह था। इस विद्रोह का आर्थिक उद्देश्य उन ज़मींदारों को, जिन्होंने मुण्डों की जमीन हथिया ली…
Read More » -
अंग्रेज़ों और ज़मींदारों के विरूद्ध शमशेर ग़ाज़ी का विद्रोह
त्रिपुरा के शमशेर ग़ाज़ी का विद्रोह किसानों का संगठित विद्रोह था जिसका चरित्र सन्यासी विद्रोह से बिल्कुल अलग था। किसानों…
Read More » -
जब गोरखपुर के किसानों ने विद्रोह का बिगुल बजाया
कर्नल हैनेवे(Col Hannay) ईस्ट इंडिया कंपनी का एक अफसर था। कंपनी की आज्ञा से उसने 1778 में अवध के नवाब…
Read More »