Regional History
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मुहम्मदी बेगम: भारत की पहली मुस्लिम महिला संपादक
मुस्लिम जगत में सैयदा मुहम्मदी बेगम को महिला सशक्तिकरण और भारतीय उपमहाद्वीप की पहली महिला पत्रकार के तौर पर जाना…
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जब नागपुर झंडा सत्याग्रह का नेतृत्व किया था सरदार पटेल ने
1919 में रॉलेट एक्ट के विरोध में, पूरे देश में व्याप्त असंतोष का परिणाम यह हुआ कि भारत की…
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रायबरेली किसान आंदोलन के जननायक पंडित नेहरू
भारत कृषक देश है। भारत की 75 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, खेतिहर है और शेष चौथाई जन…
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नौशेरा का शेर ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान
भारत के बहादुर नौजवानों में ब्रिगेडियर उस्मान का स्थान बहुत ऊँचा है। नौशहरा के इस बहादुर विजयी का नाम…
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बुद्ध और गांधी मानवता, प्रेम, एवं विश्वबन्धुत्व के प्रतीक है- राहुल सांकृत्यायन
हमारे लम्बे इतिहास में हमारे देश में बहुत से महापुरुष हो गए हैं। यह निस्संकोच कहा जा सकता है…
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महिलाएं भी मजदूर आंदोलन का हिस्सा थीं
आज मई दिवस है दुनिया भर के कामगारों के संघर्ष और बलिदान को याद करने का दिन। लेकिन विमर्शों के…
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डलहौजी के ‘डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ का विरोध करने वाले, शेख भिखारी साहब
शेख भिखारी साहब, वह व्यक्ति जिन्होंने जनरल डलहौजी के डाक्ट्रिन ऑफ़ लैप्स का विरोध किया, जिसका एकमात्र उद्देश्य ब्रिटिश साम्राज्य…
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एक कामकाजी, एकल अभिभावक स्त्री की दिक्कतें- रमाबाई
उन्नीसवीं सदी भारत में पुनर्जागरण की सदी मानी जाती है। खासतौर पर महाराष्ट्र और बंगाल में इस दौर में समाज…
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महात्मा गांधी की पहली रांची यात्रा
चंपारण में गांधीजी के आंदोलन से सरकार खुश नहीं थी। वह चाहती थी कि हर हाल में गांधीजी चंपारण…
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लंदन में क्या कर रहे थे सावरकर ?
विनायक दामोदर सावरकर लंदन में हाईगेट में 65 क्रॉमवेल एवेन्यू के घर में रहते थे। जो 1905 से 1910…
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कैसे बना बिना युद्ध के गिलगिट- बॉल्टिस्तान
उत्तरी पाकिस्तान में गिलगित-बॉल्टिस्तान (जीबी) क्षेत्र, जिसे पहले पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, का एक…
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स्वामी श्रद्धानंद की हत्या, अब्दुल राशिद और महात्मा गांधी
स्वामी श्रद्धानंद की हत्या अब्दुल राशिद नामक एक व्यक्ति ने की थी। बीमार श्रद्धानंद के सीने में दो गोलियाँ उतार…
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किसने तोड़ा था मार्तंड का सूर्य मंदिर?
15 वीं शताब्दी की शुरुआत में सिकंदर बुतशिखान के शासन के दौरान मार्तंड सूर्य मंदिर को नष्ट कर दिया गया था, जो…
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क्या नेहरू कश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार थे?
क्या जवाहर लाल नेहरू कश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार थे? यह वाक्य भारत के आज़ादी के बाद से आज तक…
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टंट्या भील, जिनको पकड़ने के लिए आये थे इंग्लैंड से विशेष दस्ते
भारतीय इतिहास में प्रथम स्वाधीनता संग्राम के नायक टंट्या भील की जांबाजी का अमिट अध्याय है। उन्होंने भारत की माटी…
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मुस्लिम कॉन्फ्रेंस को नेशनल कॉन्फ्रेंस कैसे बनाया शेख़ अब्दुल्लाह ने
भारत के स्वाधीनता आंदोलन के दौर में, जिस समय देश भर में मुस्लिम लीग और हिन्दू महासभा/ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ…
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हार कर भी कभी नहीं हारे वाले कुवर सिंह के भाई अमर सिंह
1857 के विद्रोह में वीर कुंवर सिंह ने बिहार का नेतृत्व किया, इस इतिहास से अधिकांश लोग परचित है। उनके…
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जब गांधीजी ने अपनी अन्तिम कश्मीर यात्रा की
गांधी 1 अगस्त 1947 को पहली और आख़िरी बार कश्मीर गए । असल में शेख़ अब्दुल्ला की रिहाई में हो…
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रूपा भवानी : कश्मीर के मर्दाने इतिहास में फेमिनिन हस्तक्षेप
दुर्भाग्य है कि इतिहास अक्सर मर्दों का इतिहास बनकर रह जाता है। इसमें औरतों की भागीदारी के निशानात कहीं दर्ज़…
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ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध उलगुलान करने वाले सुरेन्द्र साए
सुरेन्द्र साए भारत के अग्रणी स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे। 1857 के विद्रोह के 30 वर्ष पूर्व ही उन्होने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध ‘उलगुलान’ (आन्दोलन)…
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श्यामाप्रसाद मुखर्जी के एक देश में दो विधान के नारे का असली मतलब
गाँधी की हत्या के बाद अलग-थलग पड़ चुके हिन्दुत्ववादी दक्षिणपंथ के लिए आज़ाद हिन्दुस्तान का इकलौता मुस्लिम बहुल प्रदेश कश्मीर…
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रियासती एकता में पंडित नेहरू का योगदान
[शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला (1905-1981) जिन्हें शेर-ए-काश्मीर भी कहा जाता है, कश्मीर के सबसे महत्त्वपूर्ण नेताओं में थे। आज़ादी के बाद…
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जब पटना में भूख ने लाखों लोगों की ली जान
वर्ष 1670- 1671 बिहार में भीषण दुर्भिक्ष पड़ा था। 1670 के अक्टूबर महीने से लेकर नवंबर 1671 के बीच पड़े…
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मोतीलाल नेहरू: खाक से लाख का सफ़र और फिर आज़ादी की लड़ाई
मोतीलाल नेहरू को अक्सर जवाहरलाल नेहरू के पिता के रूप में ही जाना जाता है। लेकिन बचपन से संघर्ष…
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पटना का अफीम और चीन का कुख्यात अफीम युद्ध
सन 1541 ई. में जब शेरशाह पटना के सामरिक महत्व को समझते हुए यहां किले का निर्माण करवा रहा था…
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पंडित रतन नाथ धर “सरशार”: कश्मीरियत और गंगा-जमनी तहजीब के प्रतीक
अंग्रेजी के सबसे प्रसिद्ध उपन्यासकारों में से एक चार्ल्स डिकिन्स ने “पिकविक पेपर्स” नाम से एक उपन्यास लिखा था। यह…
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जन्मदिन विशेष : कश्मीर और बलराज साहनी
बलराज साहनी हिन्दी सिनेमा में अपनी तरह के अदाकार रहे हैं। फिल्म दो बीघा जमीन में वह मजदूर किसान जिसको…
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