लंदन में क्या कर रहे थे सावरकर ?
विनायक दामोदर सावरकर लंदन में हाईगेट में 65 क्रॉमवेल एवेन्यू के घर में रहते थे। जो 1905 से 1910
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विनायक दामोदर सावरकर लंदन में हाईगेट में 65 क्रॉमवेल एवेन्यू के घर में रहते थे। जो 1905 से 1910
उत्तरी पाकिस्तान में गिलगित-बॉल्टिस्तान (जीबी) क्षेत्र, जिसे पहले पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, का एक
स्वामी श्रद्धानंद की हत्या अब्दुल राशिद नामक एक व्यक्ति ने की थी। बीमार श्रद्धानंद के सीने में दो गोलियाँ उतार
15 वीं शताब्दी की शुरुआत में सिकंदर बुतशिखान के शासन के दौरान मार्तंड सूर्य मंदिर को नष्ट कर दिया गया था, जो
क्या जवाहर लाल नेहरू कश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार थे? यह वाक्य भारत के आज़ादी के बाद से आज तक
भारतीय इतिहास में प्रथम स्वाधीनता संग्राम के नायक टंट्या भील की जांबाजी का अमिट अध्याय है। उन्होंने भारत की माटी
भारत के स्वाधीनता आंदोलन के दौर में, जिस समय देश भर में मुस्लिम लीग और हिन्दू महासभा/ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
आजादी के बाद, जब त्रिपुरा के राजा ने भारत संघ में विलय का मन बना चुके थे, उनके सौतेले भाई
1857 के विद्रोह में वीर कुंवर सिंह ने बिहार का नेतृत्व किया, इस इतिहास से अधिकांश लोग परचित है। उनके
गांधी 1 अगस्त 1947 को पहली और आख़िरी बार कश्मीर गए । असल में शेख़ अब्दुल्ला की रिहाई में हो
दुर्भाग्य है कि इतिहास अक्सर मर्दों का इतिहास बनकर रह जाता है। इसमें औरतों की भागीदारी के निशानात कहीं दर्ज़
सुरेन्द्र साए भारत के अग्रणी स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे। 1857 के विद्रोह के 30 वर्ष पूर्व ही उन्होने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध ‘उलगुलान’ (आन्दोलन)
गाँधी की हत्या के बाद अलग-थलग पड़ चुके हिन्दुत्ववादी दक्षिणपंथ के लिए आज़ाद हिन्दुस्तान का इकलौता मुस्लिम बहुल प्रदेश कश्मीर
[शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला (1905-1981) जिन्हें शेर-ए-काश्मीर भी कहा जाता है, कश्मीर के सबसे महत्त्वपूर्ण नेताओं में थे। आज़ादी के बाद
वर्ष 1670- 1671 बिहार में भीषण दुर्भिक्ष पड़ा था। 1670 के अक्टूबर महीने से लेकर नवंबर 1671 के बीच पड़े
मोतीलाल नेहरू को अक्सर जवाहरलाल नेहरू के पिता के रूप में ही जाना जाता है। लेकिन बचपन से संघर्ष
सन 1541 ई. में जब शेरशाह पटना के सामरिक महत्व को समझते हुए यहां किले का निर्माण करवा रहा था
अंग्रेजी के सबसे प्रसिद्ध उपन्यासकारों में से एक चार्ल्स डिकिन्स ने “पिकविक पेपर्स” नाम से एक उपन्यास लिखा था। यह
बलराज साहनी हिन्दी सिनेमा में अपनी तरह के अदाकार रहे हैं। फिल्म दो बीघा जमीन में वह मजदूर किसान जिसको
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया है कि मराठों में हमेशा एकता रही है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है
कश्मीर का पहला मुस्लिम शासक एक बौद्ध था. तेरहवीं सदी के आरम्भ तक कश्मीर के शासकों की स्थिति बेहद
[जाने-माने हेरिटेज एक्सपर्ट सोहेल हाशमी दिल्ली के बहाने शहरों के बनने की कहानी सुना रहे हैं। पढिए उसकी चौथी क़िस्त]
अकबर के ज़माने में कश्मीर पर मुग़लों का क़ब्ज़ा हो गया था। कब्ज़े के बाद 5 जून 1589 में अकबर
[जाने-माने हेरिटेज एक्टिविस्ट सोहेल हाशमी दिल्ली के शहर बनने की कहानी के साथ बात रहे हैं कि आखिर ‘शहर कैसे
[अयोध्या सिंह की किताब ‘भारत का मुक्ति संग्राम‘ ब्रिटिश सत्ता के ख़िलाफ़ भारतीय जनता के संघर्ष का एक शानदार
[जाने-माने हेरिटेज एक्टिविस्ट सोहेल हाशमी दिल्ली के शहर बनने की कहानी के साथ बात रहे हैं कि आखिर ‘शहर कैसे
कितने पंडित विस्थापित हुए? 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में आतंकवाद के चरम के समय बड़ी संख्या में कश्मीरी
[बिहार में कश्मीरी इतिहास का एक ज़र्द पन्ना आज भी साँस ले रहा है। इस गाँव में चक साम्राज्य के
आज से हम नई शृंखला शुरू कर रहे हैं जिसमें मशहूर हेरिटेज ऐक्टिविस्ट और दिल्ली विशेषज्ञ सोहेल हाशमी दिल्ली के