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Credible History is an endeavour to preserve authentic history as gleaned through the lens of established, respected historians who have spent their lives researching it via reliable sources. It aims to counter the propaganda being spread through a large section of mainstream media and social media platforms, and provide easy access to established historical resources

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Thursday November 21, 2024
ramabai

एक कामकाजी, एकल अभिभावक स्त्री की दिक्कतें- रमाबाई

उन्नीसवीं सदी भारत में पुनर्जागरण की सदी मानी जाती है। खासतौर पर महाराष्ट्र और बंगाल में इस दौर में समाज

राजकुमारी अमृत कौर

 स्वास्थ्य सेवाओं का राष्ट्रीयकरण क्यों जरूरी है – राजकुमरी अमृत कौर

        राजकुमारी अमृत कौर (1889-1964) भारत की पहली स्वास्थ्य मंत्री और महिलाओं के हित की निरंतर समर्थक थीं।

Usha Mehta and Sara Ali Khan

उषा मेहता:जिन्होंने रेडियो को आज़ादी का हथियार बनाया

भारतीय स्वाधीनता संग्राम के संघर्ष को रेडियो के नई तकनीक से जोड़ने वाली  उषा मेहता अचानक इतिहास के पन्नों से

बेगम रुकैया सखावत हुसैन

मुस्लिम स्त्री शिक्षा की अलख जगाने वालीं बेगम रुकैया सखावत हुसैन

  औपनिवेशिक दौर में भारतीय समाज में कमोबेश हर जातीय-धार्मिक समुदाय में महिलाओं के शिक्षा की एक जैसी ही स्थिति

राजकुमारी अमृत कौर

एम्स का गठन करने वाली बापू की ‘मुर्खा’ राजकुमारी अमृत कौर

    राजकुमारी अमृत कौर कपूरथला की महारानी थीं, पर उन्होंने स्वयं को एक महारानी के तरह ज़ाहिर नहीं किया,

दुर्गावती वोहरा और भगत सिह

क्रांतिमूर्ति दुर्गा भाभी का क्रांतीकारी जीवन

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में क्रांतिमूर्ति दुर्गावती वोहरा का नाम प्रथम पंक्ति की महिला क्रांतिकारियों में लिया जाता है।

अय्यंकालि

बैलगाड़ी से ब्राह्मणों एवं नायरों के अंहकार को कुचलने वाले- अय्यंकालि

अय्यंकालि उन जाति-विरोधी योद्धाओं में से थे, जिन्‍होंने ब्राह्मणवादियों और उनकी सत्‍ता से समानता का हक़ हासिल करने के लिए

विजयलक्ष्मी पंडित

भारत अकेला है, जो वर्षों से लोकतंत्र के पक्ष में खड़ा रहा है – विजयलक्ष्मी पंडित

विजयलक्ष्मी पंडित  भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की बहन थीं। परंतु, उनकी अपनी एक अलग विशिष्ट पहचान

गोदावरी पारूलेकर

मेहनकतकश लोगों और किसानों के लिए समर्पित जीवन- गोदुताई

“गोदुताई” ठाणे-पालघर क्षेत्र में पुराने वर्ली लोगों के बीच एक प्रसिद्ध नाम है। यह एक उपनाम था, जो प्यार से

लेडी आबला बोस

विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली लेडी अबाला बोस

अबाला बोस , रेडियो साइंस के पितामह जगदीशचंद्र बोस की जीवन संगिनी थीं। उन्होंने देश की महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों

कल्पना दत्त

अंग्रेज़ों के खिलाफ़ हथियार उठाने वालीं ‘कल्पना दत्त’ : जन्मदिन विशेष

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों में हर वर्ग और समुदाय ने अपना योगदान दिया। देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में सबने अपनी-अपनी

दुर्गाबाई देशमुख

संविधान सभा में 750 संशोधन प्रस्ताव रखने वाली, दुर्गाबाई देशमुख

आधी आबादी की दुनिया में कुछ महिलाओं ने अंधेरी दुनिया से बाहर निकलने के लिए पहले अपने अंदर की संभावनाओं

रूपा भवानी : कश्मीर के मर्दाने इतिहास में फेमिनिन हस्तक्षेप

दुर्भाग्य है कि इतिहास अक्सर मर्दों का इतिहास बनकर रह जाता है। इसमें औरतों की भागीदारी के निशानात कहीं दर्ज़

महिलाओं के शिक्षा को मौलिक अधिकार बताने वाली, हंसा मेहता

 हंसा मेहता को भारत के संविधान सभा सदस्य रही, जिन्होंने 14 अगस्त 1947 की अर्द्धरात्री को सत्ता के हस्तांतरण के

गुजराती महिलाओं की पीढ़ियों के लिए आदर्श: विद्यागौरी नीलकंठ

विद्यागौरी नीलकंठ न तो पितृसत्ता के ख़िलाफ़  विद्रोही थी न ही एक उत्साही नारीवादी, जैसा आज हम इस शब्द से

14 साल की क्रांतिकारी सुनीति चौधरी, जिन्होंने 7 साल जेल काटे; डाक्टर भी बनी!

खुद पर आत्मविश्वास और हौसले के दम पर, असंभव लगने वाले काम को अंजाम दिया जा सकता है और सफलता

अंबेडकर सप्ताह : स्त्री और प्रतिक्रांति

  बाबा साहब भीमराव आंबेडकर भारतीय चिंतन परंपरा में वह व्यक्ति है जिन्होंने महिलाओं के सामाजिक-सांस्कृतिक-आर्थिक-धार्मिक और जातिय बेड़ियों की

पुस्तक चर्चा : वैश्विक बहनापे की विरासत से परिचय कराती है ‘दुनिया में औरत’ 

[हाल ही में राजपाल एंड संस प्रकाशन से प्रकाशित सुजाता की पुस्तक ‘दुनिया में औरत’ दुनिया भर में औरतों की