मुसलमान था पंडित नेहरू का परिवार?
नेहरू जी की कहानी, जवाहरलाल नेहरू की कहानी, पंडित नेहरू की कहानी
हमारे देश में शायद पंडित जवाहर लाल नेहरू वह व्यक्ति है जिनके समर्थन और विरोध में सबसे ज्यादा बहस होती है, हमारे देश के आजाद हिंदुस्थान के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू , कांग्रेस के बड़े नेता और पूरी दुनिया में जिनकी एक डिप्लोमेंट के तौर पर पहचान है, आप कह सकते है एक ऐसे राजनेता के तौर पर जिनके लिए नैतिक चीजें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण थी और इस तौर पर जवाहरलाल नेहरू की पूरी दुनिया में काफी इज्जत है।
जब वह जीवत थे तो अक्सर उनको पंडितजी कहकर बुलाया जाता था हमारे देश में सम्मान इस तरह से दिया जाता है मौलाना आजाद का पूरा नाम कोई नहीं लेता उनको मौलाना साहब कहा जाता था वल्ल्वभाई पटेल को सरदार पटेल कहा जाता था मोहनदास करमचंद गांधी को महात्म गांधी कहा जाता था इसी तरह जवाहरलाल को पंडितजी कहकर बुलाना प्रचलित था। यह अलग बात है कि खुद जवाहरलाल नेहरु को पंडितजी संबोधन पसंद नहीं था ये उनको जातिवादी संबोधन लगता था वो कहते थे। मुझे मिस्टर नेहरू कहो या मिस्टर जवाहर कहकर बुलाओ लेकिन देश कि जनता में इतना सम्मान था कि उन्हें पंडितजी ही कहा जाता था यह अलग बात है उनके विरोधी उनके पंडितजी कहे जाने का सबसे अधिक बवाल मचाया, एक अलग से थ्योरी चलाई गई नेहरू जी असल में मुसलमान थे, वैसे क्या फर्क पड़ता है इस देश का प्रधानमंत्री हिंदू हो या मुसलमान?
जनता का इतिहास, जनता की भाषा में