फ़िराक़ गोरखपुरी और महादेवी वर्मा

जब महादेवी वर्मा ने कहा- फ़िराक़ औघड़ स्वभाव के हैं

  फ़िराक़ गोरखपुरी  की बातों या उनके विचारों को जब तक पानी की तरह छानकर न ग्रहण किया जाए, ख़तरे की