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इतिहास के पन्नों में भुला दिए गए स्वतंत्रता सेनानी मगफूर ऐजाज़ी
मगफूर ऐजाज़ी भारत की आज़ादी के लिए लड़ने वालों में से एक थे, इसके अलावा उन्होंने आज़ादी के बाद के…
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अल्लूरि सीताराम राजू, स्वतंत्रता संग्राम का गुमनाम नायक
माँ भारती को अंग्रेजी सत्ता की बेड़ियों से मुक्त करवाने में आदिवासियों ने अपना सर्वस्व लौटा दिया था ऐसे…
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आजादी के दीवाने बटुकेश्वर दत्त
भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन में जो देशभक्त शहीद हुए उन्हें तो इतिहास ने धरोहर की तरह संभाल लिया लेकिन जो…
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जब नागपुर झंडा सत्याग्रह का नेतृत्व किया था सरदार पटेल ने
1919 में रॉलेट एक्ट के विरोध में, पूरे देश में व्याप्त असंतोष का परिणाम यह हुआ कि भारत की…
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डॉ.अंबेडकर के खिलाफ चुनाव लड़े वाले “बालू पालवणकर”
17 साल का एक लड़का 4 रुपये महीने की तनख्वाह पर पूना में अंग्रेजों के एक क्रिकेट क्लब में माली…
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जब खिलाफत आंदोलन में मौलाना आजाद हुए गिरफ्तार
भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के देशभक्तों और वीरों की पंक्ति में मौलाना अबुल कलाम आजाद का एक विशिष्ट स्थान है। मौलाना…
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रायबरेली किसान आंदोलन के जननायक पंडित नेहरू
भारत कृषक देश है। भारत की 75 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, खेतिहर है और शेष चौथाई जन…
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अप्रकाशित रही थी प्रेमचंद की पहली रचना
प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था आरंभ में वह नवाब राय के नाम से उर्दू…
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नौशेरा का शेर ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान
भारत के बहादुर नौजवानों में ब्रिगेडियर उस्मान का स्थान बहुत ऊँचा है। नौशहरा के इस बहादुर विजयी का नाम…
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बुद्ध और गांधी मानवता, प्रेम, एवं विश्वबन्धुत्व के प्रतीक है- राहुल सांकृत्यायन
हमारे लम्बे इतिहास में हमारे देश में बहुत से महापुरुष हो गए हैं। यह निस्संकोच कहा जा सकता है…
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जब सुभाष ने निर्वासन में और जवाहरलाल ने जेल में लिखी किताबें
सुभाष और जवाहरलाल दोनों में से एक को निर्वासन और दूसरे को जेल में रहना पड़ा था; वर्ष 1934…
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जब गांधी जी ने साम्यवाद शब्द के अर्थ स्पष्ट करने की कोशिश की
[ यह भाषण गांधी ने 16 मार्च, 1931 को मुम्बई में मजदूरों की सभा में हिन्दी में दिया था।…
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‘वंदे मातरम्’ के नारे के साथ फाँसी के फंदे पर झूल जाने वाले हेमू कालाणी
भारतमाता को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने हेतु हँसते हुए फाँसी के फंदे को चूमनेवाले अखंड भारत के भूखंड…
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डलहौजी के ‘डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ का विरोध करने वाले, शेख भिखारी साहब
शेख भिखारी साहब, वह व्यक्ति जिन्होंने जनरल डलहौजी के डाक्ट्रिन ऑफ़ लैप्स का विरोध किया, जिसका एकमात्र उद्देश्य ब्रिटिश साम्राज्य…
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एक कामकाजी, एकल अभिभावक स्त्री की दिक्कतें- रमाबाई
उन्नीसवीं सदी भारत में पुनर्जागरण की सदी मानी जाती है। खासतौर पर महाराष्ट्र और बंगाल में इस दौर में समाज…
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महात्मा गांधी की पहली रांची यात्रा
चंपारण में गांधीजी के आंदोलन से सरकार खुश नहीं थी। वह चाहती थी कि हर हाल में गांधीजी चंपारण…
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जब होली के दिन बब्बर अकालियों को फाँसी पर चढ़ाया गया- भगत सिंह
घर से भागकर भगतसिंह कानपुर चले गये। वहाँ वे गणेशशंकर विद्यार्थी के साप्ताहिक ‘प्रताप’ के सम्पादकीय विभाग में काम…
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जब गांधीजी से पहली बार मिले, आर्चाय कृपलानी
एम.ए. पास करने के बाद मेरे भविष्य का सवाल भी उठ खड़ा हुआ। मैं सिंध में नहीं रह सकता था।…
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कामगारों और किसानों के नेता गांधी
1916 का पूरा साल गांधी जी ने एक भारतीय किसान-मजदूर की वेश-भूषा में, उनकी ही तरह रेलगाड़ी के तीसरे दर्जे…
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उषा मेहता:जिन्होंने रेडियो को आज़ादी का हथियार बनाया
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के संघर्ष को रेडियो के नई तकनीक से जोड़ने वाली उषा मेहता अचानक इतिहास के पन्नों से…
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जब आज़ादी से पहले आज़ाद हो गए भारत के तीन इलाक़े
8 अगस्त 1942 को जब महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेज़ों भारत छोड़ो’ की गर्जना करते हुए ‘करो या मरो’ का…
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जब सरदार पटेल ने किया सुभाष चंद्र बोस पर मुकदमा
देश की स्वतंत्रता के लिए कई क्रांतिकारी वीरों तथा नेताओं ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने स्वतंत्रता के आसमान…
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जब गांधीजी से पहली बार मिले राजेन्द्र बाबू
1918 में लखनऊ कांग्रेस अधिवेशन बड़े समारोह के साथ हुई थी। 1907 में जब कांग्रेस में दो दल हो गए…
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कौन था चंद्रशेखर आज़ाद की मौत का ज़िम्मेदार
आज ही के दिन 27 फरवरी 1931 को चंद्रशेखर आज़ाद इलाहाबाद में पुलिस के साथ ही मुठभेड़ में शहीद…
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