क्या महात्मा गांधी ने मंदिर में नमाज़ पढ़ी थी?
महात्मा गांधी एक बात भलीभांति जानते थे कि अंग्रेजों के विरुद्ध हिंदू और मुसलमान दोनों को मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। दूसरी ओर अंग्रेज इन्हें तोड़ने का हर हथकंडा अपना रहे थे। गांधी एकता में स्वतंत्रता देखते थे और अंग्रेज बिखरे हुए लोगों में उपनिवेश की सुगंध पाते थे। गांधी ने इस एकता के लिए बहुत प्रयास किए। उनकी प्रार्थना सभा में सभी धर्मग्रंथों के अंश पढ़े जाते थे और रामधुन सब मिलकर गाते, क्या हिंदू क्या मुसलमान।एक बार उनकी प्रार्थना सभा में कुरान पाठ किए जाने पर एक हिंदू ने आपत्ति जताई।
इस घटना के तथ्यों के साथ छेड़-छाड़ करके सोसल मीडिया पर झूठ फैलाया जा रहा…सच्चाई क्या है जानते है इस विडियों में
यह वेबसाईट आपके ही सहयोग से चलती है। इतिहास बदलने के खिलाफ़ संघर्ष में
वेबसाइट को SUBSCRIBE करके
भागीदार बनें।
जनता का इतिहास, जनता की भाषा में