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जब जवाहर भाई के डांट से रो पड़ी महादेवी वर्मा
कवयित्री और लेखिका महादेवी वर्मा के रेखाचित्र और संस्मरण भारतीय साहित्य की धरोहर हैं। आधुनिक हिंदी की मीरा के नाम…
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Adivasi
आदिवासी औरतों के संघर्षों का इतिहास
आदिवासी परंपराओं में एक फूलो-झानो मात्र नहीं हैं, उनके जैसी कई पुरखिन औरतें और वर्तमान समय में भी उनका निर्वाह…
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मेरी माँ ने मुझे प्रेमचंद का भक्त बनाया-गजानन माधव मुक्तिबोध
वर्धा से प्रकाशित राष्ट्रभारती में कुछ संस्मरणात्मक टिप्पणी छपी थी। जिसे बाद में दस्तावेज अंक में संकलित किया गया था…
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प्रेमचंद के पहली फिल्म पर बैन क्यों लगा?
कलम के जादूगर प्रेमचंद के कई कृतियों पर फ़िल्में, नाटक, टीवी-सीरियल और अब तो कई यूटूयूब पर कुछ एपिसोड देखने…
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अंग्रेज़ों के खिलाफ़ हथियार उठाने वालीं ‘कल्पना दत्त’ : जन्मदिन विशेष
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों में हर वर्ग और समुदाय ने अपना योगदान दिया। देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में सबने अपनी-अपनी…
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गणेशशंकर विद्यार्थी को प्रेमचंद की श्रद्धांजलि
प्रेमचंद और गणेश शंकर विद्यार्थी दोनों समकालीन थे। प्रेमचंद कानपुर के आर्यसमाजी हिन्दी पत्र प्रताप के संपादक गणेशशंकर विद्यार्थी के…
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Book Discussion/Reviews
क्या लिखा था प्रेमचंद ने मधुशाला की समीक्षा में
हरिवंश राय बच्चन क्या भूंलू क्या याद करूं किताब के भूमिका में प्रेमचंद के साथ एक मुलाकात का जिक्र…
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जब चंद्रशेखर आज़ाद ने ठुकराया सावरकर का प्रस्ताव
यह वह दौर था जब चंद्रशेखर आज़ाद और उनके साथी ‘हिन्दुस्ताव प्रजातान्त्रिक समाजवादी दल’ की स्थापना कर चुके थे और…
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Book Discussion/Reviews
क्या गांधीजी ने सावरकर को दया याचिकाएँ लिखने के लिए कहा था?
वर्तमान में सावरकर समाचारों में बहुत नज़र आते हैं। उनकी सराहना करती हुई कई पुस्तकों का बहुत जोर-शोर से विमोचित…
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Bhagat Singh
भगत सिंह के परिवार को अपने घर पनाह देने वाले मौलाना हबीब-उर-रहमान
हिन्दुस्तान की आज़ादी के अज़ीम रहनुमा रईस उल अहरार मौलाना हबीब-उर-रहमान लुधियानवी ने ‘इस्लाम ख़तरे में है’ के नारे के…
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Book Discussion/Reviews
किताब, जिसने बदल दिया गांधीजी का जीवन
किताबें, हर युग में लोगों के जीवन और उनके विचारों को प्रभावित करती रही है। महात्मा गांधी ने सत्य के…
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1857 की गदर में इलाहाबाद के गुमनाम नायक मौलवी लियाक़त अली
1857 में मेरठ में प्रज्वलित होने वाली स्वतंत्रता संघर्ष की चिन्गारी सम्पूर्ण उत्तर भारत में ज्वाला के समान धधक रही…
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Book Discussion/Reviews
रूपा भवानी : कश्मीर के मर्दाने इतिहास में फेमिनिन हस्तक्षेप
दुर्भाग्य है कि इतिहास अक्सर मर्दों का इतिहास बनकर रह जाता है। इसमें औरतों की भागीदारी के निशानात कहीं दर्ज़…
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ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध उलगुलान करने वाले सुरेन्द्र साए
सुरेन्द्र साए भारत के अग्रणी स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे। 1857 के विद्रोह के 30 वर्ष पूर्व ही उन्होने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध ‘उलगुलान’ (आन्दोलन)…
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Fact Check
कौन थे झाँसी के क्रांतिकारी पंडित परमानन्द
अतिरेकी तारीफ़ की यह परंपरा दुर्भाग्य से सावरकर के जीवनीकारों ने भी जारी रखी है। उदाहरण के लिए संपथ 1906…
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‘वंशवादी’ नेहरू ने इंदिरा को नहीं, सरदार पटेल की बेटी-बेटे को संसद भेजा था !
प्रो भानु कपिल नरेंद्र मोदी की बीजेपी को इसके लिए धन्यवाद ज़रूर देना चाहिए कि उसने इतिहास में लोगों की…
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Book Discussion/Reviews
बाल गंगाधर तिलक का राष्ट्रवाद क्या था
राष्ट्रवाद के बहसों में एक साथ कई प्रश्न एक-दूसरे से टकराते है और वैचारिक बहस को पब्लिक स्फीयर में बिखेर…
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क्यों मनाही थी, गोलमेज यात्रा में गांधीजी के स्वागत में राष्ट्रीय झंडे रखने की
गांधी-इर्विन समझौते के बाद, महात्मा गांधी राष्ट्रीय महासभा (कांग्रेस) द्वारा एकमात्र प्रतिनिधि निर्वाचित होकर गोलमेज-परिषद में सम्मिलित होने इंग्लैड गये…
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Bahujan
नस्लभेद की लड़ाई और अफ्रीका में गांधीजी
“गाँधी को पूर्वाग्रहों के लिए क्षमा किया जाना चाहिए और हमें उनका मूल्यांकन उनके समय और परिस्थितियों को ध्यान में…
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इंजीनियर की नौकरी छोड़ क्रांतिकारी बने,मोहम्मद अली खान
इंजीनियर मोहम्मद अली खान की स्मृति अतीत के गर्भ में खो गई है, परन्तु उनका बलिदान नि: संदेह अभूतपूर्व था।कभी…
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1857 के गदर के अमर शहीद वृन्दावन तिवारी
हिन्दी में एक कहावत है “लड़े सिपाही नाम हवलदार का” अथार्त मेहनत कोई एक व्यक्ति करता है और उसका श्रेय…
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भगत सिंह के क्रांतिकारी साथी,डॉ. गया प्रसाद कटियार
भगतसिंह और आज़ाद के साथी, एक ऐसे क्रान्तिकारी जिनके बारे में देश के आम लोग अब भी बहुत कम जानते…
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महारानी लक्ष्मी बाई के वफ़ादार पठान स्वतंत्रता सेनानी
भारत में अधिकांशत: ऐसे ही आज़ादी के मतवाले सफल रहे हैं, जिन्होंने हिन्दू और मुसलमानों के नेतृत्व में भेद-भाव की…
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रूहेलखंड को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने वाले 70 साल के ख़ान बहादुर ख़ां
1857 में क्रांति की ज्वाला ने समूचे भारतवर्ष को झकझोर दिया था। उस समय ख़ान बहादुर ख़ां रुहेलखंड क्षेत्र के…
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शैख़ रज़ब अली, जिनकी शहादत को भुला दिया गया
औपनिवेशिक हिन्दस्तान में शायद ही कोई ऐसा दिल रहा होगा जिसको ग़ुलामी का अँधेरा रास आता होगा। वैसे तो प्रत्येक…
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नवाब वलीदाद ख़ान, जिन्होंने अंग्रेजों के पसीने छुड़ा दिए
मालागढ़ के नवाब वलीदादख़ान क्रांति के उग्रतम नेताओं में से एक थे। वह दिल्ली के बादशाह बहादुर शाह जफ़र के सम्बन्धी…
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देश के आज़ादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले, नवाब नूर समद ख़ान
वर्तमान हरिणाया के समस्त क्षेत्र को 1857 की क्रांति की लहर ने झकझोर दिया था। 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी…
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काकोरी कांड के शहीद-रामप्रसाद बिस्मिल
रामप्रसाद बिस्मिल ने अपने क्रांतिकारी दल के समक्ष आर्थिक संकट के समस्या के निपटने के लिए अपने साथियों के साथ…
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जब नर्तकी अज़ीज़न ने अग्रेजों पर बरपा दिया था कहर
1857 की जन-क्रांति के समय अज़ीज़न कानपुर में नर्तकी थी। उनका वैभव घुघरुओं की रुनझुन और संगीत के सुमधुर स्वर…
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Adivasi
भारत के आदिविद्रोही बिरसा मुंडा
बिरसा विद्रोह दरअसल मुण्डा विद्रोह था। इस विद्रोह का आर्थिक उद्देश्य उन ज़मींदारों को, जिन्होंने मुण्डों की जमीन हथिया ली…
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Art
नाटकों में रचनात्मक नवीनता और धार्मिक आंडबरों से संघर्ष करने वाले हबीब तनवीर
लोक संस्कृति और संस्कार किसी भी इंसान को हज़ारों में विशिष्ट बनाते हैं। लोक में जो कुछ भी व्याप्त है,…
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अंग्रेज़ों और ज़मींदारों के विरूद्ध शमशेर ग़ाज़ी का विद्रोह
त्रिपुरा के शमशेर ग़ाज़ी का विद्रोह किसानों का संगठित विद्रोह था जिसका चरित्र सन्यासी विद्रोह से बिल्कुल अलग था। किसानों…
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Farmers' Movements
जब गोरखपुर के किसानों ने विद्रोह का बिगुल बजाया
कर्नल हैनेवे(Col Hannay) ईस्ट इंडिया कंपनी का एक अफसर था। कंपनी की आज्ञा से उसने 1778 में अवध के नवाब…
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