अम्मू स्वामीनाथन जो नेहरू से भी लड़ गई थीं
संविधान सभा में अहम भूमिका निभाने वाली महिला: अम्मू स्वामीनाथन अम्मू स्वामीनाथन संविधान तैयार करने के लिए 425
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संविधान सभा में अहम भूमिका निभाने वाली महिला: अम्मू स्वामीनाथन अम्मू स्वामीनाथन संविधान तैयार करने के लिए 425
समय और समाज को सत्य का आईना दिखाती पंडिता रमाबाई समय और समाज की आलोचना करना कभी भी आसान नही
; अंबेडकर साहब संविधान सभा में बंगाल से क्यों गए? अभी हाल में ही एक टीवी डिबेट में यह
बाबा साहब के जन्मदिन पर युवा छात्र प्रमोद प्रखर ने उन पर यह लेख लिखा है। क्रेडिबल हिस्ट्री पर हम
जब सावरकर ने किया अंबेडकर का अपमान एक रोचक विषय के साथ आपके बीच में हूँ – अंबेडकर और सावरकर
ज्योतिबा फुले को भारतीय समाज में दलित समाज के उत्थान का प्रथम चेतनाशील व्यक्तित्व कहना गलत नहीं होगा। उन्होंने शिक्षा
गुजरात के जनजातियों के दरिद्र, सुविधाहीन और सर्वथा उपेक्षित लोगों के उत्थान के लिए निस्वार्थ सेवा चार दशक तक करती
बाबा साहब भीमराव आंबेडकर भारतीय चिंतन परंपरा में वह व्यक्ति है जिन्होंने महिलाओं के सामाजिक-सांस्कृतिक-आर्थिक-धार्मिक और जातिय बेड़ियों की
महात्मा गांधी के दो अंगेज बेटियों में से पहली नाम मीराबेन और दूसरी सरला बेन का नाम आता है। भारत
भारतीय कला में नवजागरण मुहिम छेड़ने वाली : कमला देवी चट्टोपाध्याय कल 3 अप्रैल को कमला देवी चट्टोपाध्याय का जन्मदिन
आज मणिबेन पटेल का जन्मदिन है। इतिहास उन्हें अक्सर सरदार पटेल की पुत्री के रूप में ही यदाकदा याद करता
अभिभावक – गणपत राव और गंगाबाईजोशी जन्म नाम यमुना 31 मार्च 1865 को पुणे में जन्म 31 मार्च 1874 को
हिदी के प्रख्यात कथाकार असग़र वजाहत ने आज से लगभग 12 साल पहले एक नाटक लिखा था, ‘गोडसे@गांधी.कॉम’। नाटक इस
आज जब यूरोप सहित दुनियाभर में में चरम दक्षिणपंथ के उभार की संभावनाएँ दिख रही हैं, एक बार फिर हिटलर
कौल-ए-फ़ैसल (इंसाफ़ की बात) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का वह बयान है जो राजद्रोह के मुक़दमे के दौरान उन्होंने प्रेसीडेंसी
[द्वितीय विश्वयुद्ध में कांग्रेस ने नारा दिया था – अंग्रेजों भारत छोड़ो। पढिए उनकी जीवन की प्रेरक कथा।] द्वितीय विश्वयुद्ध
नेहरू सोच रहे हैं। आज गुरुवार को अख़बार (TOI) में एक जबर्दस्त तस्वीर छपी। हो सकता है अनजाने में छप
आमतौर पर राष्ट्रपति चुनावों में परिणाम पहले से पता होते हैं और चुनाव बस औपचारिकता रह जाते हैं। लेकिन एक
आजकल एक धारणा आम हो गई है, या सुनियोजित तरीके से कर दी गई है कि मुस्लिम समाज में समाज
[उदयपुर में आज हुई घटना भयावह है। यह लिखे जाने दोनों अपराधी गिरफ़्तार हो चुके हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
[श्यामाप्रसाद प्रसाद मुखर्जी की कश्मीर में हुई मृत्यु को लेकर लोग बहुत से सवाल करते हैं। पढिए क्या हुआ
कौन है अधिनायक? : राष्ट्रगान विवाद उज्ज्वल भट्टाचार्य राष्ट्रगान जन गण मन जितना पुराना है, उस पर विवाद भी लगभग
[शनिवार, मार्च 17 के दिन मार्क्स को हाइगेट सेमेट्री की उस क़ब्र में चिर-विश्राम के लिए ले जाया गया जिसमें
6 अप्रैल, 1919 को Rowlatt Act के खिलाफ़ पूरे भारत में विरोध की कॉल दी गई थी। दिल्ली और
[स्त्री अधिकारों के लिए अभूतपूर्व संघर्ष करने वालीं पण्डिता रमाबाई की आज सौवीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर सुजाता की
भगत सिंह हमारी राष्ट्रीय चेतना में कितने गहरे बसे हैं इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सारी दुनिया की औरतों के लिए है। महिला दिवस की शुरुआत बीसवीं सदी के श्रमिक आंदोलनों के
यूनान के सिसरो के काल के प्राचीनतम कवियों में से एक हैं। यह गीत उन्होंने अनाज पीसने की पनचक्की के
[आज अमर क्रांतिकारी चद्रशेखर आज़ाद की पुण्यतिथि है। आज से ठीक 91 साल पहले 27 फरवरी 1931 के दिन इलाहाबाद
आज़ाद की शहादत 27 फरवरी को आज़ाद अल्फ्रेड पार्क के लिए निकले। उस दिन वह सुखदेव राज से मिलने
बीसवीं सदी की शुरुआत ने बेहद सुंदर नज़ारा देखा जब राजनीतिक परिदृश्य में स्त्रियों का बड़ी संख्या में प्रवेश
[प्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज एक सार्थक जीवन जीने के बाद विदा हो गए। इस मौके पर बजाज परिवार
पुरे विश्व को बौद्ध धर्म के एक नए आयाम ‘बौद्ध धर्म की सामाजिक संलग्नता’ से अवगत कराने वाले ‘थिक न्हात
इतिहास को लघु रूप में पढ़ कर अपने अतीत के सेनानियों के बारे में धारणा बनाने वालों के लिए एक
रासबिहारी बोस ब्रिटिश शिकंजे से बचने के लिए 1915 में जापान चले गए और फिर वहीं रह गए। विदेशी धरती